Wednesday, 15 February 2017

गुणों की खान है नीबू – Benefits Of Lemon in Hindi

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सेहत और सूरत दोनों के लिए लाभदायक है नींबू का उपयोग। 
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 शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है नींबू का सेवन।




 हींग को नींबू में मिलाकर चूसने से मिर्गी में लाभ होता है। 

नींबू में काला नमक लगाकर चूसने से बदहज़मी ठीक होती है।

नीबू का नियमित सेवन सेहत के लिहाज से बेहद लाभकारी है। विटामिन सी से भरपूर नीबू शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के साथ ही एंटी आक्सीडेंट का काम भी करता है। नींबू एक ऐसा फल है जिसकी केवल खुशबू से खुशबू ही ताजगी का अहसास होने लगता है। नींबू किसी भी रूप में गुणकारी ही होता है, फिर चाहे आप इसे सेहत के लिए उपयोग करें या सुंदरता के लिए। तो चलिये जानते हैं क्या हैं नींबू के फायदे। 

आहार विशेषज्ञ बताते हैं कि किसी भी अन्य फल के मुकाबले नीबू में विटामिन सी की मात्रा सबसे ज्यादा होती है। यह एंटी आक्सीडेंट की तरह काम करता है और कोलेस्ट्राल भी कम करता है। साक्षी ने कहा कि नीबू में मौजूद विटामिन सी और पोटेशियम घुलनशील होते हैं, जिसके चलते ज्यादा मात्रा में इसका सेवन भी नुकसानदायक नहीं होता। रक्ताल्पता से पीडि़त मरीजों को भी नीबू के रस के सेवन से फायदा होता है। यही नहीं, नीबू का सेवन करने वाले लोग जुकाम से भी दूर रहते हैं। 

बदहजमी होने पर नींबू काटकर उसमें काला नमक लगाकर चूसने से बदहज़मी से आराम मिलता है। 

जिन लोगों को भूख कम लगती है व पेट दर्द की शिकायत रहती है उन्हें नींबू की फांक में काला या सेंधा नमक लगाकर उसको तवे पर गर्म करके चूसने से न दर्द में आराम होता है और भूख भी खुलकर लगती है।

 चक्कर या उल्टी आने पर नींबू के टुकडे पर काला नमक, काली मिर्च लगाकर खाने से चक्कर आने बंद हो जाते हैं और उल्टी भी बंद हो जाती है।

 एक गिलास पानी में एक नींबू का रस निचोडकर उसमें एक चम्मच चीनी मिलाकर पीने से हैज़ा रोग भी ठीक हो जाता है।

 नींबू के पत्तों के रस और शहद की बरीबर मात्रा मिलाकर पीने से 10-15 दिनों में पेट के कीड़े मर जाते हैं।

 नींबू के बीजों के चूर्ण की फंकी लेने से पेट के कीड़े नहीं रहते। नींबू के पत्तों के रस को नाक से सूंघने से हमेशा सिरदर्द रहने की शिकायद से आराम मिलता है।

 नींबू का रस निकालकर नाक में पिचकारी देने से नाक से खून गिरने (नकसीर) की समस्या बंद हो जाती है।

 चुटकी भर हींग को नींबू में मिलाकर चूसने से मिर्गी रोग में भी लाभ होता है।

 नींबू का रस व शहद मिलाकर मसूड़ों पर मलते रहने से उनसे रक्त आना बंद हो जाता है और पीपपन भी दूर होता है।

 नींबू में फिटकरी का चूर्ण भरकर खुजली वाली जहग पर धीरे से रगड़ने पर खुजली बंद हो जाती है।

 यदि गर्भधारण के चौथे महिने से प्रसवकाल तक महिला रोज़ एक नींबू की शिकंजी पीए तो प्रसव में कष्ट कम होता है।

साभार - HZ
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